संघर्ष ही जिंदगी
संघर्ष करते जाना।
दुःख हो या सुख
सफल हों , असफल हों
सुयश हो ,अपयश हो ,
लाभ हो, हानि हो ,
हर पल कर्म में निरत हो ,
अपने पुरुषार्थ से-
नित नूतन रचते जाना ।
संघर्ष ही जिंदगी
संघर्ष करते जाना।
जन्म और मृत्यु
शाश्वत सत्य है।
शाश्वत सत्य है।
इसे स्वीकार करो ,
मोड़ - मोड़ में चुनौतियां हैं
डट कर सामना करो।
डट कर सामना करो।
भय से मुक्त , ऊर्जा सेयुक्त
अविराम, आगे बढ़ते रहो ,
संघर्ष ही जिंदगी
संघर्ष करते जाना।
जो हार नहीं मानता,
रार नहीं मानता,
साहस के साथ
उमंग से पथ गमन करता है ,
विजय श्री वही वरण करता है।
बिना थके, बिना रुके,
ध्येय पथ में जो बढ़ता है ,
भूल को भूलकर ,
अपना पथ चुनता है,
लोग क्या कहेंगे-
यह नहीं सुनता ,
अपने धुन में कर्मरत रहता है ,
अपनी संघर्षी गाथा से नूतन
इतिहास रचता है ,
संघर्ष में ही विजय रस गुम्फित है ,
फिर संघर्ष से क्यों मुख मोड़ना ,
संघर्ष ही जिंदगी है ,
संघर्ष करते जाना है।
कर्म वह करना जो
कुत्सित राजनीति से मुक्त हो ,
तुम्हारे कर्म से जीव धन्य हो ,
प्रकृति प्रसन्न हो ,
मानवीय मूल्यों का पोषण हो ,
अंतरआत्मा अपराध बोध से मुक्त हो ,
लोक कल्याण कामना से युक्त हो ,
फिर संघर्ष, संघर्ष नहीं ,
कर्तव्य बन जाएगा ,
अन्तः मन प्रफुल्लित हो जायेगा,
चुनौतियों से बिना डरे
हँसते -हँसते आगे बढ़ता जायेगा।
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