विशेष

जिंदगी

       जिंदगी जिंदगी फूल- सी है, कुदरत की गोद में खिलती है, मुस्कराती है, खुशबू से फिजा को महकाती है, और एक दिन बिखरकर, बसुन्धरा की ग...

Saturday, March 7, 2015

होली

                🌻होली🌻
होली का नाम सुनते ही
रंग की
भंग की
मौज-मस्ती की
याद जेहन में दौड़ जाती है।
किन्तु
होली सिर्फ
रंग नहीं
भंग नहीं
मौज- मस्ती नहीं
कुछ और भी है।
होली उमंग है
निच्छल प्रेम की तरंग है,
सामाजिक समरसता,
भाई-चारा
और
सत्य विजय का
अदभुत -लाजबाव रंग है।
आइए
नए अंदाज से होली मनाएं,
गिले-शिकबे भूलकर
हिल-मिल कर
अन्तः के रंगो  के संग
रंग  घोलकर,
रंगारंग होली का पर्व मनाएं।।
                           नीलेश शुक्ल












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